Shardiya Navratri 2025: रोजाना करें दुर्गा सप्तशती का पाठ, पाएँ माता रानी का आशीर्वाद
Shardiya Navratri 2025 का पावन पर्व आरंभ हो चुका है। इस दौरान मां दुर्गा के नौ (इस बार 10) स्वरूपों की पूजा करने का विधान है। साथ ही, नवरात्र में दुर्गा सप्तशती का पाठ करना अत्यंत शुभ माना जाता है। माना जाता है कि दुर्गा सप्तशती का नियमित पाठ जीवन में आने वाली सभी समस्याओं, चाहे वह गृह क्लेश हो, धन से जुड़ी परेशानियां या मानसिक तनाव, को दूर करता है और माता दुर्गा की कृपा प्रदान करता है।
दुर्गा सप्तशती का महत्व
दुर्गा सप्तशती को चंडी पाठ या दुर्गा चालीसा का विस्तारित रूप भी कहा जाता है। यह ग्रंथ मार्कण्डेय पुराण में वर्णित है और इसमें 700 श्लोक हैं। इन 700 श्लोकों को तीन भागों में बांटा गया है:
- प्रथम चरित्र – प्रारंभिक अध्याय जो भय और तनाव को कम करता है।
- मध्यम चरित्र – जीवन में सफलता और मुकदमों से मुक्ति दिलाता है।
- उत्तम चरित्र – उच्च स्तर की भक्ति और माता की विशेष कृपा प्रदान करता है।
दुर्गा सप्तशती केवल एक पाठ नहीं बल्कि तंत्र साधना का भी गूढ़ ग्रंथ है। इसमें मारन, मोहन, वशीकरण और अन्य तांत्रिक मंत्र शामिल हैं। इसलिए इसका सही तरीके से पाठ करना आवश्यक है।
दुर्गा सप्तशती के अध्याय और लाभ
- प्रथम अध्याय – तनाव और डर को दूर करता है, शत्रुओं के भय को कम करता है।
- दूसरा और तीसरा अध्याय – मुकदमों, झूठे आरोपों और कानूनी समस्याओं से मुक्ति दिलाते हैं।
- चौथा अध्याय – अच्छा जीवन साथी और भक्ति में वृद्धि प्रदान करता है।
- पांचवां अध्याय – नकारात्मक ऊर्जा और नजर दोष को समाप्त करता है।
- छठा अध्याय – बड़ी बाधाओं और परेशानियों को दूर करता है।
- सातवां अध्याय – गोपनीय मनोकामनाओं की पूर्ति करता है।
- नौवां और दसवां अध्याय – संपत्ति, गुमशुदा का पता और संतान सुख प्रदान करता है।
- ग्यारहवां अध्याय – व्यापार में सफलता दिलाता है।
- बारहवां अध्याय – रोग-बीमारियों को दूर करता है।
- तेरहवां अध्याय – माता की विशेष कृपा और हर तरह की रक्षा प्रदान करता है।
पाठ करने की विधि
- दुर्गा सप्तशती को पूरे विधि-विधान के अनुसार पढ़ना चाहिए।
- पाठ के दौरान सत्यम् वचन और भक्ति भाव आवश्यक है।
- नवरात्र के नौ/दस दिनों तक नियमित पाठ से माता की विशेष कृपा मिलती है।
- पाठ के समय शुद्ध स्थान और शुद्ध मन होना चाहिए।
शारदीय नवरात्र में पाठ के लाभ
- मानसिक शांति और तनाव मुक्ति।
- गृह क्लेश और पारिवारिक समस्याओं का नाश।
- संपत्ति और धन संबंधी समस्याओं का समाधान।
- रोग-बीमारी से सुरक्षा और स्वास्थ्य में सुधार।
- माता दुर्गा की विशेष कृपा और आशीर्वाद।
निष्कर्ष:
Shardiya Navratri 2025 में यदि आप रोजाना दुर्गा सप्तशती का पाठ करते हैं तो जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है। साथ ही माता दुर्गा की कृपा से सभी बाधाएं दूर होती हैं। यह पवित्र ग्रंथ न केवल भक्ति बढ़ाता है बल्कि जीवन में सफलता, सुरक्षा और संतोष का मार्ग प्रशस्त करता है।