श्री रामचंद्र जी की आरती
आरती भगवान श्री रामचंद्रजी की | Shri Ram Chandra Kripalu Bhajman Lyrics in Hindi
भगवान श्री रामचंद्रजी की आरती का पाठ करने से जीवन के सभी दुख दूर होते हैं और मन को शांति मिलती है। तुलसीदासजी द्वारा रचित यह आरती श्रीराम भक्तों के लिए मोक्ष, प्रेम और भक्ति का मार्ग खोलती है।
Table of Content
- श्री रामचंद्रजी की आरती (Lyrics in Hindi)
- श्री रामचंद्रजी की आरती का महत्व
- श्री रामचंद्रजी की पूजा विधि
- FAQs – भगवान श्री रामचंद्रजी की आरती
श्री रामचंद्रजी की आरती (Lyrics in Hindi)
दोहा
श्री रामचंद्रजी की आरती का महत्व
- इस आरती के पाठ से मन की शांति और भक्ति की प्राप्ति होती है।
- जीवन के सभी भय और कष्ट समाप्त होते हैं।
- परिवार में सुख-शांति और समृद्धि आती है।
- भक्त को भगवान राम की कृपा और स्नेह की प्राप्ति होती है।
श्री रामचंद्रजी की पूजा विधि
- पूजा स्थल को स्वच्छ करें और श्रीराम की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें।
- दीपक, धूप और चंदन अर्पित करें।
- श्रीराम को पुष्प और तुलसी दल चढ़ाएँ।
- भजन या श्री रामचंद्रजी की आरती गाएँ।
- अंत में प्रसाद वितरित करें।
FAQs – भगवान श्री रामचंद्रजी की आरती
Q1. श्री रामचंद्रजी की आरती कब करनी चाहिए?
सुबह और शाम दोनों समय करना शुभ है। विशेषकर राम नवमी और मंगलवार को।
Q2. क्या इस आरती का पाठ घर में किया जा सकता है?
हाँ, इसे घर, मंदिर और किसी भी धार्मिक अनुष्ठान में किया जा सकता है।
Q3. श्रीराम की आरती करने से क्या लाभ होते हैं?
भय और पाप का नाश होता है, मन को शांति मिलती है और घर में सुख-समृद्धि आती है।